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हिंदी दिवस पर निबंध – Essay On Hindi Diwas Hindi

Essay On Hindi Diwas Hindi : प्रतिवर्ष 14 नवम्बर का दिन भारत में हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, पूरी दुनिया में सभी देशों की अपनी एक भाषा होती है उसी तरह भारत भी हिंदी भाषा  के लिए जाना जाता है. हिंदी भाषा एक प्रचीन भाषा है जिसका इतिहास 1 हजार साल से भी पुराना माना गया है।हिंदी दिवस पर निबंध - Essay On Hindi Diwas Hindi

हिंदी भाषा विश्व की तीसरी ऐसी भाषा है जो सबसे अधिक बोली जाती है. भारत में हिंदी भाषा बोलने, लिखने पढने वाले लोगो की संख्या अन्य भाषा के मुकाबले सबसे अधिक है।

हिंदी दिवस पर निबंध – Essay On Hindi Diwas Hindi

गाँधी जी के द्वारा हिंदी को जनमानस भी कहा गया था, सर्वप्रथम 1918 को गाँधी जी ने हिंदी साहित्य सम्मलेन में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के बात कही थी।

वैसे तो जब भारत पर अंग्रेजों का अधिकार था तो इस समय भी और इससे पहले भी देश में हिंदी बोली जाती थी, लेकिन जब देश को अंग्रेजों से आजादी मिली तो देश को प्रगति, विकास और देश में कानून को लागु करने के लिए सविधान के निर्माण की जरूरत थी, डॉ भीम राव अम्बेडकर जी की अध्यक्षता में सविधान सभा की प्रारूप सिमिति का गठन हुआ।

सविधान के निर्माण करने से पहले यह बात भी जरूरी थी की सविधान का निर्माण किस भाषा में किया जाये, और वह कौन सी भाषा होगी जिसे राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिया जाये क्योंकि भारत में अलग अलग जगह पर अलग अलग भाषा बोली जाती थी, और बहुत सी बोलियाँ थी।

सविधान सभा के द्वारा भाषा को लेकर की गई चर्चा का परिणाम यह हुआ की 14 सितम्बर 1949 को हिंदी भाषा को स्वतंत्र भारत की अधिकारिक भाषा के रूप में चुना गया।

सविधान के भाग 17 के अध्याय की धारा 343 (1) में राष्ट्रभाषा को लेकर इस प्रकार से लिखा गया है – संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी। अंकों के लिए अन्तराष्ट्रीय रूप का प्रयोग किया गया।

हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के बाद वे सभी लोग इसका विरोध करने लगे जिनकी भाषा हिंदी नहीं थी, जिस कारण अंग्रेजी को भी राष्ट्रभाषा का दर्जा देना पढ़ा. पडिंत जवाहर लाल नेहरु के द्वारा 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की गयी।

हिंदी दिवस का महत्त्व

हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा ही नहीं बल्कि हमारे देश की गौरव रखने वाली भाषा है, इसका उपयोग पहले केवल भारत में ही अधिक किया जाता था लेकिन अब विश्वभर में बहुत से लोग देश भी हिंदी भाषा में अपनी रूचि व्यक्त कर रहे है।

हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी का उपयोग भी भारत में होने से हिंदी पर इसका असर पढ़ते हुए देखा जा सकता है, और हिंदी की पकड़ हमेशा बनी रही और इसे बढ़ावा मिलता रहे इसलिए हिंदी दिवस को मनाये जाने का विचार किया गया था।

इस दिन स्कूलों, सरकारी ऑफिस में हिंदी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है व हिंदी भाषा का महत्त्व, उपयोगिता इन सभी विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है।

हिंदी दिवस पर दिए जाने वाले पुरुस्कार

भाषा से सम्बंधित दिए जाने वाले राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस के अवसर पर ऐंसे व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने हिंदी भाषा के माध्यम से लोगो को इसकी जानकारी, उपयोगिता के बारे में जानकारी, दी हो या हिंदी भाषा को ऊंचाई तक पहुचने में अपना योगदान दिया हो।

राजभाषा कीर्ति पुरस्कार को किसी विभाग, संस्था, समिति को दिया जाता है, जिसमे किसी एक पुरे समूह को दिया जाता है, जबकि राजभाषा गौरव पुरुस्कार, किसी विशेष व्यक्ति को दिया जाता है, जो तकनीक या विज्ञान के क्षेत्र में हिंदी का योगदान देने वाले व्यक्ति को दिया जाता है।

पहला हिंदी दिवस कब मनाया गया

सविधान सभा के द्वारा हिंदी को अधिकारिक भाषा चुनने के बाद पहला हिंदी दिवस 14 सितम्बर 1953 को मनाया गया।

हिंदी दिवस पर 10 लाइनें

  1. हिंदी दिवस को 14 सितम्बर को मनाया जाता है.
  2. सबसे पहला हिंदी दिवस 14 सितम्बर 1953 को मनाया गया था.
  3. 1918 में सबसे पहले महात्मा गाँधी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा देने के बात कही थी.
  4. महात्मा गाँधी ने हिंदी भाषा को जनमानस कहकर संबोधित किया था.
  5. संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी सविधान में यह लिखा गया था.
  6. हिंदी भाषा का इतिहास 1 हजार साल पुराना है.
  7. 14 दिवस को हिंदी दिवस मनाये जाने की घोषणा पंडित जवाहरलाल नेहरु के द्वारा की गयी थी.
  8. हिंदी भाषा विश्व की तीसरी ऐसी भाषा है जो सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है.
  9. प्रतिवर्ष राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार को हिंदी भाषा में अपना योगदान देने वाले व्यक्ति या विभाग को दिया जाता है.
  10. हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाये जाने पर बहुत से लोगो के द्वारा इसका विरोध किया गया जिस कारण अंग्रेजी को भी राष्ट्रभाषा का दर्जा देना पड़ा.
  11. हिंदी भाषा का महत्त्व अब इतना हो गया है की अमेज़न और गूगल जैसी बड़ी बड़ी कंपनिया भी हिंदी भाषा में अपनी सुविधा देना शुरू कर दिया है

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