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Accident In India : भारत में हुई अब तक की सबसे बड़ी दुर्घटना/आपदा


Accident In India : भारत में हुई अब तक की सबसे बड़ी  दुर्घटनाए  जिनमे  जान माल का अधिक नुकसान हुआ : 
यहाँ आपको भारत में ही उन दुर्घटनाओं के बारे में बताया जा रहा है जिनसे जानमाल का अधिक नुकसान हुआ.

भारत में हुई अब तक की सबसे बड़ी दुर्घटना जिनमे जान माल का अधिक नुकसान हुआ

पटना 1981 – Train Accident In India सबसे बड़ी रेल दुर्घटना

पटना में सन 1981 हुई यह रेल दुर्घटना भारत की सबसे बड़ी रेल दुर्घटनाओं में से एक है इसे विश्व में 2 नंबर की सबसे बड़ी दुर्घटना में रखा गया है. जून 1871 में बिहार के खगड़िया जिले में हुई यह घटना बारिश के समय हुई. इस घटना का कारण पता नहीं होने के कारण कुछ लोग कहते है की ट्रेक पर भेंस के आ जाने से ड्राईवर ने अचानक ब्रेक लगाने से यह घटना हुई जिससे ट्रेन के 7 डिब्बे पुल तोड़कर नदी में समा गए थे. रेलवे के अनुसार इस दुर्घटना में 1000 से 3000 के बिच लोगो की जान चली गई थी.

मुंबई 2006 – आतंकबादी घटना

मुंबई की लोकल ट्रेनों में 11 जुलाई 2006 को हुई इस घटना में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों ने 7 अलग अलग जगह पर ट्रेन में बम लगाकर इस घटना को अंजाम दिया था जिसमे 210 लोगो की मृत्यु हुई थी जबकि 715 लोग इसमें जख्मी हुए थे.

मुंबई 2008 – आतंकबादी घटना

26/11 की यह घटना किसको याद नहीं होगी जिसमे पाकिस्तान से आये 10 आतंकबादियों ने होटल ताज, ओबराय, और नरीमन हाउस पर कब्ज़ा कर इस घटना को अंजाम दिया था इसी घटना में कसाब नाम का एक आतंकबादी सुरक्षा बलों के हाथ लगा था. इस घटना में 180 लोगो की जान चली गई थी जभी 300 लोगो इसमें घायल हुए थे.

कश्मीर 2005 – भूकंप

भारत के कश्मीर में 7.6 तीव्रता से आये इस भूकंप में 1350 लोगो की जान चली गई थी. इस भूकंप के झटके चीन अफगानिस्तान में भी महसूस किये गए थे. इसमें सबसे ज्यादा नुक्सान पाकिस्तान को हुआ था जहाँ इस भूकंप से 87 हजार लोगो की मौत हो गई थी.

उत्तराखंड 2013 : जलप्रलय, लैंडस्लाइड

2013 उत्तराखंड के केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री में यात्रा के समय जलप्रलय और लैंडस्लाइड होने से 5000 लोगो की जान चली गई थी जबकि 18 हजार से भी अधिक यात्री यहाँ अलग अलग जगह फंसे हुए थे. जिस कारण इस प्रसिद्ध चार धाम यात्रा को रोक दिया गया था.

सेना की मदद से यहाँ बचाव कार्य किया गया जिसमे सेना के 45 हैलीकॉप्टर और 10000 सनिकों की सहायता भी लेनी पड़ी थी. इस प्राकृतिक आपदा में 1000 से भी अधिक लोग लापता और 60 से भी अधिक गाँव का नामोनिशान मीठ गया था.

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