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26 जनवरी क्यों मनाया जाता है : गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

Republic Day Speech In Hindi 2023, Republic Day kyu manate hai : भारत में 26 जनवरी को प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पर भारत में सविधान लागू हुआ था। आजादी मिलने के बाद देश की सभी परीस्थितीयों पर नजर रखने के लिए देश को कुछ ऐंसे नियमों की जरूरत थी जो देश को विकसित करने में मदद करे, और देश के विकास को ध्यान में रखते हुए ही सविधान लागु किया गया, जिसे 26 जनवरी को लागु किया गया।

Republic Day Speech In Hindi Republic Day kyu manate hai
Republic Day kyu manate hai

जब भारत में अंग्रेजों का राज था तो अंग्रेजों के द्वारा सोने की चिड़ियाँ कहे जाने वाला भारत को बहुत से नुक्सान हुए और अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद देश को विकास की जरूरत थी इसके आलावा देश में चल रहे भारतीय शासन अधिनियम एक्ट 1935 में भी बहुत सी गलतियों को सुधारने और कुछ बदलावों की जरूरत भी थी। (26 January in Hindi)

Republic Day Speech In Hindi

31 दिसम्बर 1929 को पंडित जवाहर लाल नेहरु की अध्यक्षता में लाहोर अधिवेशन में यह निर्णय लिया गया था की यदि अंग्रेज सरकार 26 जनवरी 1930 तक भारत को देमिनियन स्टेटस (उपनिवेश का पद) नहीं सौपती है तो भारत अपने को पूर्ण स्वतंत्र मानेगा। लेकिन 26 जनवरी 1930 तक अंग्रेज सरकार ने इस निर्णय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो इस पर कांग्रेश ने भारत को पूर्ण सवतंत्रता के निश्चय की घोषणा की।(Republic Day Speech In Hindi)

कांग्रेस के इस लाहौर अधिवेशन में ही पहली बार राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराया गया था व इसके साथ ही यह निर्णय भी लिया गया था की 26 जनवरी को ही भारत पूर्ण स्वराज दिवस मनायेगा।

देश में भारतीय शासन अधिनियम एक्ट 1935 लागु था, जिसे भारतीयों के अधिकारों के लिए ही आजादी से पहले लागु किया गया था। इस अधिनियम में बहुत सी कमियां भी थी। आजादी के बाद सविधान के निमार्ण करने का निर्णय लिया गया और इसके लिए संविधान सभा का गठन किया जिसका काम संविधान का निर्माण करना था और इस सभा के द्वारा 9 दिसंबर 1947 से ही संविधान के निर्माण का कार्य शुरू किया गया।

संविधान के निर्माण का कार्य सविधान सभा के द्वारा 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर 1949 को पूरा हुआ क्योंकि यह एक लिखित संविधान था और इसमें किसी भी प्रकार की कोई गलती देश को अंधकार की और ले जा सकती थी। इसके बाद इसे 26 नवम्बर 1950 को भारतीय अधिनियम एक्ट 1935 को हटाकर पुरे भारत वर्ष में लागु किया गया। लोगो के बिच 26 जनवरी का महत्त्व रखने के लिए इस दिन को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया।

पहला गणतंत्र दिवस

24 जनवरी 1950 को संविधान में सविधान सभा के सदस्यों के द्वारा हस्ताक्षर करने के बाद 26 जनवरी 1950 को सविधान लागू किया गया और भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में राजेन्द्र प्रसाद ने शपथ ली। इस दिन पर 21 तोपों की सलामी के बाद इर्विन स्टेडियम में राष्ट्र ध्वज तिरंगे को फहराया गया।

इंडिया रिपब्लिक डे : गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य –

  • 26 जनवरी 1950 को संविधान लागु हुआ था जिसे सुबह के 10.18 मिनट पर लागु किया गया था।
  • 26 जनवरी गणतंत्र दिवस मनाये जाने का फैसला पूर्ण स्वराज दिवस से ही लिया गया था जिसे पहले 26 जनवरी को कांगेस अधिवेशन के बाद से मनाया जा रहा था।
  • 26 जनवरी 1930 को ध्यान में रखते हुए ही सविधान को 26 जनवरी को लागु करने का निर्णय लिया गया था।
  • गणतंत्र दिवस पर पहली परेड दिल्ली राजपथ पर 1955 में हुई थी।
  • भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद जी ने 26 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।
  • भारतीय सविधान को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में 2 प्रतियों में लिखा गया था।
  • भारतीय संविधान की मूल प्रति संसद भवन के पुस्तकालय में रखी गयी है।
  • गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री जी के द्वारा अमर ज्योति पर शहीदों को श्रधांजलि दी जाती है।
  • गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 पर पहले मुख्य अतिथि के तौर पर पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मालिक गुलाम महोमद को बुलाया गया था।
  • गणतंत्र दिवस की परेड पर आमंत्रित किये गए मुख्य अतिथियों में से सबसे ज्यादा बार (5 बार ) फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम को आमंत्रित किया गया है।
  • 2017 में पहली बार NSG कमांडो को गणतंत्र दिवस में शामिल किया गया था।
  • गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम 26 जनवरी से शुरू होकर 29 जनवरी को समाप्त होता है।
  • 1950 से लेकर 1954 तक मनाये गए गणतन्त्र दिवस को इर्विन स्टेडियम (इसे अब नेशनल स्टेडियम के नाम से जाना जाता है ) किंग्सवे (राजपथ), लाल किला और रामलीला मैदान में आयोजित किया गया था।
  • 1955 से ही राजपथ को गणतंत्र दिवस परेड के लिए स्थाई आयोजन स्थल बनाया गया था।
  • 26 जनवरी की परेड की शुरुआत राष्ट्रपति आगमन के बाद होती है।
  • इंडिया रिपब्लिक डे परेड में भाग लेने वाले दल, होने वाली परेड का अभ्यास अगस्त से शुरू कर देते है और यह सभी दल कुल मिलकर 26 जनवरी तक 6000 घंटे का अभ्यास करते है।
  • परेड में हिस्सा लेने वाली सभी दल पुरे वेष के साथ 12 km तक का अभ्यास करते है लेकिन 26 जुलाई के दिन यह सभी दल 9 km तक की दुरी तय करते है।
  • 26 जनवरी पर होने वाली परेड पर जजों के द्वारा भी निरक्षण किया जाता है और इनमे सर्वश्रेष्ट दल को चुना जाता है और पुरुष्कार दिया जाता है।

इंडिया रिपब्लिक डे 26 जनवरी को भारत की राजधानी नई दिल्ली में इंडिया गेट पर प्रधानमंत्री की मौजूदगी में झंडा फहराया जाता है. इंडिया गेट स्थित शहीद जवानो के स्मारक ( अमर ज्योति स्मारक ) पर प्रधानमंत्री जी के द्वारा फुल चड़ाए जाते है और शहीदों के लिए 2 मिनट का मौन रखा जाता है।

गणतंत्र दिवस परेड पर बुलाये गए अथितियों के साथ राष्ट्रपति मंच पर आते है और इसके बाद थल सेना, वायु सेना, जल सेना के जवानों और विभिन्न स्कूल के बच्चों और अन्य दलों के द्वारा परेड और देशभक्ति गीतों के साथ कार्यक्रम शुरू किये जाते है।

26 जनवरी 2023 को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मानाने जा रहा है। उम्मीद है की गणतंत्र दिवस 26 January kyu manate hai, Republic Day Speech In Hindi, इंडिया रिपब्लिक डे की जानकारी आपको मिल चुकी होगी। यदि यह जानकारी आपको पसंद आये तो आप  अपने दोस्तों के साथ इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे।

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