गणतंत्र दिवस पर कविता हिंदी में : 26 जनवरी देश का राष्ट्रीय पर्व है और इस दिन पर कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है गणतंत्र दिवस पर कविता, भाषण आदि के द्वारा कार्यक्रम को किया जाता है, इस दिन पर स्कूलों व राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड भी की जाती है. जिसे देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी बहुत से लोग आते है.
26 जनवरी के दिन ही भारत में संविधान लागु हुआ था, जिसे पुरे देश की जनता के हित में लागु किया गया था. संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लगा था. भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है.
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गणतंत्र दिवस पर कविता हिंदी में : Gantantra Diwas In Hindi Poem
- गणतंत्र दिवस पर कविता
गर्व है हमे हिंदुस्तान पे
आज़ाद है हम हिंदुस्तान में
जाने कितने हुए घायल कितने हुए शहीद
मर मिटे कितने देश के सेनानी
हुई जाने कितनी माओ का गोद सुनी
बहन थी खड़ी हांथ में लिए राखी
जाने कितने भाइयों की कलाई रह गई सुनी
हटा कर चुन्नी ओढ़ी कितनो ने सफ़ेद साड़ी
अपने सपुत के खून से धरती माँ का सीना हुआ लहू लुहान
सीने में दौरती रही सबके दिलो आज़ादी की चिंगारी
बहुत चला था आंधी बहुत से थे तूफ़ान
गिरते रहे संभलते रहे फिर पा ली हमने आज़ादी
- गणतंत्र दिवस पर कविता
26 जनवरी से बंद होंगे टेम्पो
गीली ओंस बूंद
कोमल सर्दी की गुलाबी ठिठुरन
गणतंत्र दिवस फुटबॉल स्पर्धा
पूरे चांद की आधी रात
आज नई सज-धज से
गणतंत्र दिवस फिर आया है।
नव परिधान बसंती रंग का
माता ने पहनाया है।
भीड़ बढ़ी स्वागत करने को
बादल झड़ी लगाते हैं।
रंग-बिरंगे फूलों में
ऋतुराज खड़े मुस्काते हैं।
धरनी मां ने धानी साड़ी
पहन श्रृंगार सजाया है।
गणतंत्र दिवस फिर आया है।
भारत की इस अखंडता को
तिलभर आंच न आने पाए।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
मिलजुल इसकी शान बढ़ाएं।
युवा वर्ग सक्षम हाथों से
आगे इसको सदा बढ़ाएं।
इसकी रक्षा में वीरों ने
अपना रक्त बहाया है।
गणतंत्र दिवस फिर आया है।
- गणतंत्र दिवस पर कविता
गणतंत्र दिवस का है ये जशन,
शहीदों को हम सब भारतीयों का सत सत नमन,
देश के लिए कुर्बानी, कोई आम बात नहीं,
भारत में रहना केवल यही भारतीय होने की पहचान नहीं,
- गणतंत्र दिवस पर कविता
आज तिरंगा हम लहराये, आज तिरंगा हम फहराये, अपना यह राष्ट्रीय पर्व आया है इसे बड़ी खुशी के साथ मनाये।
अपना यह 70वाँ गणतंत्र दिवस बड़ी खुशी से मनायेगे, है यह ऐतिहासिक पल हमारा, जिससे गौरवान्वित था भारत सारा।
- गणतंत्र दिवस पर कविता
देखो 26 जनवरी है आयी, गणतंत्र की सौगात है लायी।
अधिकार दिये हैं इसने अनमोल, जीवन में बढ़ सके बिन अवरोध।
प्रत्येक वर्ष किया जाता है 26 जनवरी का आयोजन
इंडिया गेट पर होता है जब प्रधानमंत्री का भाषण।
2 मिनट के मौन धारण से होता शहीदों को शत-शत नमन।
- गणतंत्र दिवस पर कविता
देखो फिर से गणतंत्र दिवस आ गया,
जो आते ही हमारे दिलों-दिमाग पर छा गया।
यह है हमारे देश का राष्ट्रीय त्योहार,
इसलिए तो सब करते हैं इससे प्यार।
इस अवसर का हमें रहता विशेष इंतजार,
क्योंकि इस दिन मिला हमें गणतंत्र का उपहार।
आओ लोगो तक गणतंत्र दिवस का संदेश पहुचाएं,
लोगो को गणतंत्र का महत्व समझाये।
गणतंत्र द्वारा भारत में हुआ नया सवेरा,
इसके पहले तक था देश में तानाशाही का अंधेरा।
क्योंकि बिना गणतंत्र देश में आ जाती है तानाशाही,
नही मिलता कोई अधिकार वादे होते हैं हवा-हवाई।
तो आओ अब इसका और ना करें इंतजार,
साथ मिलकर मनाये गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय त्योहार।
- गणतंत्र दिवस पर कविता
नहीं सिर्फ जश्न मनाना, नहीं सिर्फ झंडे लहराना,
ये काफी नहीं है वतन पर, यादों को नहीं भुलाना,
जो देश के लिए कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
अपने लिए नही ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना,
आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा,
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा,
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा,
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा